सरायकेला: झारखंड में एक बार फिर पुलिस की लापरवाही सामने आयी है। सरायकेला सदर अस्पताल की तीसरी मंजिल में स्थित बंदी वार्ड में इलाजरत नक्सली शंभू मांझी बुधवार की सुबह 4 बजे फरार हो गया। घटना के समय कमरे में तैनात चार पुलिसकर्मी सो रहे थे। शंभू मांझी के फरार होने के महज 5 मिनट बाद सुरक्षाकर्मियों की नींद खुली और उन्होंने शंभू को ढूंढ़ना शुरू किया पर वो नहीं मिला। इधर, इस मामले में ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले एएसआई जयप्रकाश यादव समेत 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए। एसडीपीओ अविनाश कुमार ने बताया कि इन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करते हुए उन पर विभागीय कार्रवाई प्रारंभ किया जा रहा है। सीसीटीवी में आए वीडियो फुटैज में शंभू टहलता हुआ अस्पातल से बाहर निकलता नजर आया। शंभू को पुलिस द्वारा पिछले 24 मई सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चिकित्सकों के अनुसार, शंभू के पेट के बाएं हिस्से में गोली लगने की वजह से घाव बन गया था। उसका इलाज एमजीएम जमशेदपुर में भी कराया गया था। बाद में उसे सदर अस्पताल लाया गया था। बीती रात सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में पहले की तरह शंभू अस्पताल कर्मियों द्वारा खाना परोसा गया। उसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने हथकड़ी दूसरे छोर को बेड पर ही बांधकर छोड़ दिया। अस्पताल कर्मियों के अनुसार, रात में सुरक्षाकर्मी भी अपने बेड में सो गए थे और शंभू भी बेड पर लेटा हुआ था। इस घटना के बाद पुलिस की सक्रियता पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। वहीं झारखंड सरकार पूरी तरह से नक्सलियों से लोहा लेने का दावा करती रही है।
