
मुखर संवाद के लिये सुरभि वर्मा की रिपोर्टः-
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सख्ती बढ़ा दी है। राज्य सरकार अब सख्ती के मूड में हैं और किसी तरह के कोताही बरतनेवालों के खिलाफ कार्रवाई करने के भी संकेत दिये हैं। मुख्यमंत्री ने पूरे झारखंड में नाइट कर्फ्यू का एलान किया है। इस दौरान राज्य में रात 8 बजे के बाद तमाम व्यावसायिक प्रतिष्ठानें बंद रहेंगी। आम आदमी के रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक अपने घरों से बाहर निकलने पर रोक रहेगी। इसके साथ ही राज्य में धारा-144 लागू कर दी गई है। पांच या इससे अधिक व्यक्ति सड़क पर एकसाथ नहीं चल सकते। कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार बढ़ने के बाद सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया। झारखंड में अगले आदेश तक सभी स्कूल, कॉलेज, जिम, सिनेमा हॉल, पार्क और सार्वजनिक स्थान बंद रहेंगे। इसके साथ ही राज्य सरकार ने आंशिक तौर पर लॉकडाउन लगाने की फिर से मंजूरी दे दी।
आपदा प्रबंधन की हाई लेवल मीटिंग में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और राज्य के आला अधिकारियों के साथ कोरोना संक्रमण के फैलाव की गहन समीक्षा के बाद सीएम ने यह बड़ा फैसला किया है।आज मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में सरकार ने जनहित को देखते हुए कई गंभीर निर्णय लिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव, आपदा व स्वास्थ्य विभाग के सचिव से पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने पूरे प्रदेश में रात आठ बजे के बाद तमाम प्रतिष्ठानों को खोलने पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही रात आठ बजे से सुबह के छह बजे तक घरों से बाहर निकलने पर रोक लगाई गई है। नाइट कर्फ्यू पूरे राज्य में लागू रहेगा। राज्य में नाइट कर्फ्यू भी लागू करने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत रात आठ बजे के बाद सभी प्रतिष्ठान बंद रखने होंगे। रात के आठ बजे से सुबह छह बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। धार्मिक स्थल व रेस्टोरेंट में कुल क्षमता के सिर्फ 50 फीसद ही उपस्थिति रहेगी। यात्री वाहनों में सवारी की संख्या को लेकर भी सख्ती बरतने का निर्देश दिया गया है। तमाम निर्णय राज्य में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से लिए गए हैं।झारखंड में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने सख्ती शुरू कर दी है। सभी सरकारी व निजी स्कूल, कॉलेज, जिम, पार्क, सिनेमा हॉल, स्वीमिंग पुल को अगले आदेश तक के लिए बंद रखने का निर्देश दिया गया है। पहले आठवीं से ऊपर की सभी कक्षाओं में ऑफलाइन पढ़ाई की अनुमति दी गई थी, जिसे फिलहाल रोक दिया गया है। स्कूलों को ऑनलाइन क्लास चलाने की ही अनुमति दी गई है। पूर्व से निर्धारित सभी परीक्षाएं होंगी, उसके लिए परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र को ही पास माना जाएगा। उन्हें कोरोना वायरस को लेकर जारी गाइडलाइंस का पालन करना होगा। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि आनेवाले दिनों में सर्तकता बेहद ही जरूरी है।
