
मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची: लोकसभा चुनाव में जिन दो राजनताआं की खुब चर्चा हुई उसमं से एक नाम है जयराम महतो का। रांची सिविल कोर्ट से झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) के अध्यक्ष जयराम महतो को राहत नहीं मिल सकी है। अपर न्यायायुक्त अमित शेखर की अदालत ने अग्रिम राहत देने से इन्कार कर दिया। अदालत ने मंगलवार को उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी।लोकसभा चुनाव के दौरान पीड़क कार्रवाई पर लगी रोक भी हट गई। जिसके बाद उनपर अब गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है। जयराम महतो ने अग्रिम जमानत की गुहार लगाते हुए चार मई को याचिका दाखिल की थी।उसपर नाजायज मजमा बनाकर झारखंडियों आदिवासियों-मूलवासियों के भाषा संस्कृति और 1932 के खतियान लागू कराने के लिए विधानसभा घेरने और सरकारी में बाधा डालने सहित कई तरह के आरोप हैं। सरकारी पदाधिकारियों व पुलिसकर्मियों को गाली-गलौज करने का भी आरोप है। इस घटना को लेकर 21 मार्च 2022 को नगड़ी अंचल के तत्कालीन सीओ संतोष कुमार शुक्ल ने नगड़ी थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। विधानसभा घेरने के लिए पूर्व से इन लोगों ने अनुमति भी नहीं ली थी। जिसके कारण यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया था। इससे आम जनता को भारी परेशानी हुई। स्कूल बस और एंबुलेंस का रास्ता भी बाधित रहा।
लोकसभा चुनाव में कुछ संसदीय क्षेत्रों में उभरकर सामने आई नई स्थानीय पार्टी झारखंड भाषा खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) के अध्यक्ष जयराम महतो ने राज्य में विधानसभा की 55 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की है।न्होंने कहा कि जिन संसदीय क्षेत्रों में पार्टी ने लोकसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी उतारा था, वहां के विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी विधानसभा का चुनाव लड़ेगी। इसके साथ ही जमशेदपुर, खूंटी, गोड्डा आदि संसदीय क्षेत्र की भी सभी विधानसभा सीटों पर पार्टी अपना प्रत्याशी उतारेगी।लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार रांची में मीडिया से रूबरू होते हुए जयराम ने कहा कि लोकसभा चुनाव में 8.5 लाख वोट पार्टी को मिलना बड़ी बात है। उनकी एक साल पुरानी पार्टी ने बिना कोई पैसा खर्च किए चुनाव लड़ा। उनके पास बूथ प्रबंधन के लिए भी पैसे नहीं थे।
जयराम ने किसी एक जाति के वोट मिलने के सवाल को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें पूरे समाज का समर्थन मिला है। उन्होंने केंद्र के नए मंत्रिमंडल से नीट की समस्या के शीघ्र समाधान की भी अपील की। उन्होंने युवाओं के रोजगार, नियमित और स्वच्छ नियुक्ति परीक्षा को अपना मुख्य एजेंडा बताया, जिसे लेकर पार्टी चुनाव में जाएगी। उन्होंने चुनाव आयोग से 15 दिनों के भीतर चुनाव चिह्न मिलने की भी बात कही।
