
दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का शव आज बीजेपी के केन्द्रीय कार्यालय में 10 बजे अंतिम दर्शन के लिये रखा जायेगा। अरूण जेटली के पार्थिव शव को दोपहर के बाद दिल्ली के निगम बोध घाट पर ले जाया जायेगा जहां उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा। दिल्ली के एम्स में निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे. उनके निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है. उनका पार्थिव शरीर राष्ट्रीय राजधानी के कैलाश कालोनी स्थित उनके आवास पर रखा गया है, जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित विभिन्न नेताओं ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए. आज दिल्ली के निगम बोध घाट पर किया उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. जेटली को 9 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था. तब उन्हे सांस लेने में परेशानी की शिकायत थी, उन्हें आईसीयू में रखा गया था. इसी मई में उनकी किडनी ट्रांसप्लांट की गई थी. वो कैंसर का इलाज करवाने अमेरिका भी गए थे. सेहत संबंधी समस्याओं की वजह से उन्होंने इस बार का लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ा था. अरुण जेटली का जन्म 28 दिसंबर 1952 को हुआ था. पेशे से वकील जेटली से सरकार में वित्त और रक्षा मंत्री का पद संभाला था.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अरुण जेटली के निधन पर गहरा शोक जताया है. पीएम मोदी ने उन्हें न्याय जगत की जानी-मानी हस्ती के साथ साथ महान राजनीतिज्ञ भी बताया है. पीएम ने कहा कि उन्होंने भारत की राजनीति में कई योगदान दिए. उनकी मौत से देश को अपार क्षति हुई है.बहरीन में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व वित्त मंत्री और अपने घनिष्ठ मित्र अरुण जेटली को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने कहा कि मैं भले ही यहां आप लोगों से बात कर रहा हूं और देश में जन्माष्टमी का उत्सव है, लेकिन मैं मन में गहरा शोक दबाए बैठा हूं। पीएम मोदी ने बेहद भावुक लहजे में कहा, श्जिस दोस्त के साथ सार्वजनिक जीवन और राजनीतिक यात्रा पर कदम से कदम मिलाकर चले। हर पल एक-दूसरे के साथ जुड़े रहे और साथ मिलकर जूझे। सपनों को सजाने और सपनों को निभाने का सफर जिनके साथ किया, उस दोस्त अरुण जेटली ने अपनी आज देह छोड़ दी। मैं कल्पना यह नहीं कर सकता कि मैं यह बैठा हूं और मेरा दोस्त अरुण चला गया। पीएम मोदी ने बहरीन में अपने दौरे और अरुण जेटली के निधन को लेकर कहा, श्बहुत दुविधा के पल हैं मेरे सामने। एक तरफ कर्तव्य भाव से बंधा हूं और दूसरी तरफ दोस्ती का एक सिलसिला भावनाओं से भरा है। बहरीन की धरती से भाई अरुण को श्रद्धांजलि देता हूं और नमन करता हूं।श् गौरतलब है कि अरुण जेटली का शनिवार दोपहर को निधन हो गया और रविवार दोपहर को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
